जी नहीं आपको वेब डिजाइनिंग के लिए ड्राइंग आना बिलकुल जरुरी नहीं है, लेकिन आप एक सामान्य या अच्छे ग्राफ़िक डिज़ाइनर है या ग्राफ़िक सॉफ्टवेयर जैसे कोरल ड्रा, फोटोशॉप, कैनवा पर काम कर सकते हैं तो यह सोने मे सुहागा होगा क्यूंकि वेब डिजाइनिंग मे आपको ग्राफ़िक डिजाइनिंग की आवश्यकता पड़ती है।
इसके साथ ही यदि आप वेब डिजाइनिंग करते है तो आप को अपने क्लाइंट के लिए डिजिटल मार्केटिंग और एड कैम्पेन डिजाईन और रन करने पड़ सकते हैं, जो आपको एक्स्ट्रा इनकम प्रदान कर सकता है, या इन सब बातों के लिए आपको किसी ग्राफ़िक डिज़ाइनर की सेवाएं लेनी पड़ेगी।
उम्मीद है इतनी जानकारी आपको इस बात को समझने के लिए काफी होगी की ग्राफ़िक डिज़ाइनर होना वेब डिज़ाइनर के लिए बेहद पॉजिटिव बात है, इससे उसका डिजाईन सेंस बेहतर होगा, क्यूंकि आकर्षक और यूजर फ्रेंडली इंटरफ़ेस और डिजाइनिंग एक वेबसाइट की सबसे बड़ी खासियत होती है, क्यूंकि यही साईट के विजिटर को साईट पर रुकने या उससे छोड़ कर जाने के लिए जिम्मेदार होती है।
एक अच्छी तरह से डिजाईन की गयी वेबसाइट ही यूसर्स और विसिटर्स को आपकी वेबसाइट से बांधे रखती है और उसे विजिट करने और व्यव्हार करने के लिए प्रेरित करती है, इसमें मेनू और इनफार्मेशन का नेविगेशन सही और आसान होना चाहिए।
साईट का लोडिंग टाइम फ़ास्ट होना चाहिए यह सब बातें बेहद मायने रखती है और एक डिजाइनिंग सेंस रखने वाला प्रोफेशनल डिज़ाइनर ही इन बातों को ध्यान मे रखते हुए एक आकर्षक, तेज और आसानी से इस्तेमाल की जाने वाली वेबसाइट के साथ निर्मित करने मे सक्षम होगा जिसे साथ यूज़र्स विजिट करना पसंद करते हैं।
इसलिए ड्राइंग का नहीं लेकिन डिजाइनिंग का सेन्स और स्किल एक वेब डिज़ाइनर को परम आवश्यक रूप से होना चाहिए.