क्या सच में वैलेंटाइन डे के मौके पर विनोद खन्ना ने माधुरी दीक्षित को जबरदस्ती चुम्बन किया था?
वैलेंनटाइन डे (Valentine Day) के मौके पर विनोद खन्ना और माधुरी दीक्षित से जुड़ा एक किस्सा अभी तक सुर्खियों में रहता है. विनोद खन्ना के लिए मशहूर था कि वे अपने किरदार में इतना डूब जाते थे कि देखकर लगता था कि जैसे सच में सब कुछ सच में हो रहा हो.
इसी वजह से कुछ अभिनेत्रियां उनके साथ रोमांटिक सीन करने से डरती थीं. फिल्म दयावान के दौरान माधुरी दीक्षित के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ. विनोद, माधुरी के साथ रोमांटिक सीन करते वक्त इतने बेकाबू हो गए थे कि उन्होंने एक्ट्रेस के होंठ ही चबा डाले थे.
इस सीन को फिल्माते वक्त कई री-टेक लिए गए थे. जिससे माधुरी पहले से ही खुश नहीं थी. वे एक बार ही इसी शूट करके खत्म करना चाहती थीं. लेकिन डायरेक्टर के कहने पर उन्हें कई बार इस सीन को शूट करना पड़ा. जिससे वे बहुत असहज महसूस कर रही थीं. खबरों के मुताबिक इस सीन के बाद माधुरी ने विनोद खन्ना को डांटा भी था. जिससे दोनों के रिश्ते में खटास आ गई थी.
अभिनेत्री माधुरी दीक्षित आज भी सबके आकर्षण का केन्द्र क्यों है?
मादक सौन्दर्य और गम्भीर अभिनय का अनूठा संगम माधुरी दीक्षित ‘यथा नाम तथा गुण’ की कहावत अक्षरशः सार्थक करती है।
उसे बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्री मधुबाला का पुनर्जन्म माना जाता है,क्योंकि मधुबाला तो अपनी आयु के अधिक बसंत पूरे नहीं कर पाई किन्तु माधुरी दीक्षित ने अभिनय की काफी लम्बी पारी खेली है।
इस चित्र में देखिए दोनों की एक समान आकर्षक भाव भंगिमाएं और अदाएं फिल्मों में दिखाई देतीं थीं कि बरबस मधुबाला की याद आ जाती थी।
माधुरी दीक्षित का वही चुलबुलापन,शोखी और गंभीरता मन मोहिनी छवि।
राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘अबोध’से एक साधारण सी युवती का चरित्र निभाते समय माधुरी दीक्षित ने भी नहीं सोचा होगा कि वह उस समय की स्थापित अभिनेत्री श्रीदेवी को भी चुनौती दे देगी।
‘तेजाब’ फिल्म से माधुरी ने अपने जलवे बिखेरने शुरू किए और रातों रात लाखों लोग उनके शानदार अभिनय व दिलकश सौन्दर्य के फैन बन गए।
इस फिल्म में उनके चरित्र के सभी रंग देखने को मिले।हल्की फुल्की कॉमेडी करने वाली जीवंत लड़की और अपने प्रेमी पर जान छिड़कने वाली प्रेयसी दोनों ही रूपों में सबका मन मोह लिया।
फिल्म ‘साजन’ में एक शायर की प्रेमिका के रूप में माधुरी ने अपनी अमिट छाप छोड़ी।गंभीर और भावोत्पादक अभिनय उनको समकालीन अभिनेत्रियों से काफी आगे ले गया।
‘बेटा’ फिल्म में स्वाभिमानी बहू और प्रेमपूर्ण पत्नी की भूमिका मादक अंदाज में निभाकर उन्होंने बॉलीवुड के दर्शकों का दिल जीत लिया,जिसके बाद उनको ‘धक धक गर्ल’ के नाम से जाना जाने लगा।
‘हम आपके हैं कौन’ फिल्म में उन्होंने अभिनय के किसी रंग को नहीं छोड़ा। घर वालों और नायक से चुहल करती किशोरी से अप्रत्याशित त्यागशील नारी दोनों रूपों में माधुरी का अभिनय इस फिल्म में श्रेष्ठ रहा।
‘दिल तो पागल है’ फिल्म में नायक की मनमोहिनी कल्पना का किरदार माधुरी ने इतने खूबसूरत तरीके से निभाया जिसमें परम्परा और आधुनिकता का मनोहर मिश्रण सबके दिलों को लुभा गया।
माधुरी दीक्षित की अन्य सफल फिल्मों से सभी वाकिफ हैं।
वह अपनी आयु के पचास वर्ष पार कर चुकी है,फिर भी उसका सौन्दर्य अभी भी बरकरार है।
माधुरी दीक्षित ने काफी फिल्मों में अंग प्रदर्शन भी किया और काफी फिल्में असफल भी रहीं, लेकिन उनकी अद्वितीय अभिनय क्षमता और मोहक मुस्कान के आगे वह गौण रहा।उनको विवादों और आलोचनाओं का समकालीन अभिनेत्रियों से कम सामना करना पड़ा।
माधुरी दीक्षित का अभी भी आकर्षण का के केन्द्र बने रहने का रहस्य है उसकी यादगार फिल्मों के साथ साथ जादुई मुस्कान,नृत्य के प्रति लगाव,सक्रियता और गरिमापूर्ण व्यक्तित्व।
इन्हीं कारणों से माधुरी दीक्षित आरंभ से ही मेरी मनपसंद अभिनेत्री रही है।आशा है आने वाले समय में वह अपनी आने वाली फिल्में ‘कलंक’ और ‘टोटल धमाल’ में भी अपनी अद्भुत अभिनय क्षमता का परिचय देंगी।