
Naraz nhi hun kisi se
Bas kuch khaas log thy jo ab khaas nhi rhy meri nazron me.
नाराज़ नहीं हूँ किसी से
बस कुछ ख़ास लोग थय जो अब ख़ास नही रही मेरी नज़रों में.

Life Me Aise Ban Jao Ki
Samne Wala Naraz Hone Se
Phle Soche ye To Manane
Bhi Nahi Aayegi..
लाइफ में ऐसे बन जाओ की
सामने वाला नाराज़ होने से
पहले सोचे ये तो मानाने
भी नहीं आएगी..

Rishton ko sambhalte sambhalte thakaan si hone lagi hai ,
kitni hi koshish q na karlo roz koi na koi naraz hi rahta hai.
रिश्तों को सँभालते सँभालते थकान सी होने लगी है ,
कितनी ही कोशिश क्यू न कर लो रोज़ कोई न कोई नाराज़ ही रहता है.

Wo jin dino to mujhse naraz tha be sabab ,
un dino mujhko teri shadeed zaroorat thi..
वो जिन दिनों तो मुझसे नाराज़ था बे सबब ,
उन दिनों मुझको तेरी शदीद ज़रूरत थी..

In dino waqt bhi mujhse naraz chal raha hai
mere karmo ko apne saath liye badh raha hai,
Maangi thi thodi si mohlat apni kaamyabi ke Iiye
Ye to mere gunaahon ka hisaab kar raha hai.
इन दिनों वक्त भी मुझसे नाराज़ चल रहा है
मेरे कर्मो को अपने साथ लिए हैं,
मांगी थी थोड़ी सी मोहलत अपनी कामयाबी के लिए
ये तो मेरे गुनाहों का फैसला कर रहा है।

क्या फायदा उससे नाराज़ होकर भी,
जिसकी एक मुस्कुराहट पर ही,
मैं पिघल जाऊॅं.
मेरे लहजे से जो नाराज होते हो,
कभी खुद की तफ्तीश कर के देखो,
मुझसे मोहब्बत न हो जाए तो कहना!!

ham kahaan kisee se naaraaj hote hain
ya to paas hote hain, ya phir nahin raas hote hain.
हम कहाँ किसी से नाराज होते हैं
या तो पास होते हैं, या फिर नहीं रास होते हैं.
Naraz Shayari Urdu
ہم کہاں کسی سے ناراض ہوتے ہیی
یا تو پاس ہوتے ہیں، یا پھر نہی راس ہوتے ہیں
जरा सी बात पर नाराज हो जाता है कोई
इसलिए खामोशी अख्तियार कर ली मैंने.
ऐ जिंदगी तू इतनी नाराज़ क्यूँ हैं
आख़िर मुझसे इतना एतराज क्यूँ हैं
मैं तो तेरे हर लम्हे को जीना चाहा बड़ी सिद्दत से
पर हर लम्हे में मेरे, तेरी दुत्कार क्यूँ हैं।
ज़िंदगी दौड़ मत,मैं चल रही हूँ
गिर गई थी,समहल रही हूँ
बस पल भर थम जा,अलविदा कह लेने दे अपनों को
कहीं नाराज़ ना हो जाए मुझसे
कि मैं उन्हीं की तरह अब बदल रही हूँ
ऐ जिंदगी तू इतनी नाराज़ क्यूँ हैं
आख़िर मुझसे इतना एतराज क्यूँ हैं
मैं तो तेरे हर लम्हे को जीना चाहा बड़ी सिद्दत से
पर हर लम्हे में मेरे, तेरी दुत्कार क्यूँ हैं ।
Thoda "strict" hai
Thoda "mastikhor" hai
Thoda "naraz" hone wala hai
Thoda "gussa" karta hai
Par "jaisa" bhi hai sirf "Mera" hai..
थोड़ा “स्ट्रिक्ट” है
थोड़ा “मस्तीखोर” है
थोड़ा “नाराज़” होने वाला है
थोड़ा “गुस्सा” करता है
पर “जैसा” भी है सिर्फ “मेरा” है..
Narazagi ab bhi hoti hai,
bas zaahir karna chhod diya hai
नाराज़गी अब भी होती है,
बस ज़ाहिर करना छोड़ दिया है
Zulfein Bandha Mat Karo Tum Mahi!
Hawayein Naraz Raihti Hain!
ज़ुल्फ़ें बँधा मत करो तुम,
हवाएं नाराज़ रहती हैं!
Tum kyun Naraz Ho mere Chup rehne se,,
Jab ki tumhe koi fark Nahi padta
mere kuchh bhi kehne se…
तुम क्यों नाराज़ हो मेरे चुप रहने से,,
जब की तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता
मेरे कुछ भी कहने से…
main koee baat boloo us se pahale samajh jaate hai vo
main koee baat boloo us se pahale samajh jaate hai vo
main pyaar se manau sirph is lie bhee aksar naaraaz ho jaate hai vo.
मैं कोई बात बोलू उस से पहले समझ जाते है वो
मैं कोई बात बोलू उस से पहले समझ जाते है वो
मैं प्यार से मनाउ सिर्फ इस लिए भी अक्सर नाराज़ हो जाते है वो।
aaj baarish bhee naaraaj hai aur tum bhee
bas phark itana hai ki tum gumasum ho
aur ye baarish bahut joron se baras rahee hai
baahar bhee aur mere dil ke andar bhee.
आज बारिश भी नाराज है और तुम भी
बस फर्क इतना है कि तुम गुमसुम हो
और ये बारिश बहुत जोरों से बरस रही है
बाहर भी और मेरे दिल के अंदर भी.
ye bhara shahar bhee tanha nazar aata hai
mujhe har shaqs dara nazar aata hai..ke
kaid karate the panchhiyo ko peezare mein..aaj
insha ko chhod har parinda aazaad nazar aata hai
ye saza hai ya aazamaish abhee zaahir nahee hua
magar baat ye sach hai kee khuda naaraaz nazar aata hai
ये भरा शहर भी तन्हा नज़र आता है
मुझे हर शक़्स डरा नज़र आता है..के
कैद करते थे पंछियो को पीज़रे में..आज
इंशा को छोड़ हर परिंदा आज़ाद नज़र आता है
ये सज़ा है या आज़माइश अभी ज़ाहिर नही हुआ
मग़र बात ये सच है की ख़ुदा नाराज़ नज़र आता है
Haryanvi naraz Shayari For Girl Friend & Boy Friend
रुसे मत ना बावली तू तो मेरी जान सै
तेरे गेल ही तो मेरा खुशियों भरा जहान सै
तू रूठे तो लागे है मेरा रुठ गया भगवान सै
तू रूठे तो लागे मेरे शरीर तै जा लिए मेरे प्राण सै
रूसे मत ना बावली तू तो मेरी जान सै
मेरे सीने पै अपना सिर रख अर सुन मेरे दिल पे धर कै कान रै
ध्यान तै सुन लाड़ो मेरा दिल तनै कै कहवै सै
एक तू ही तो सै बावली जो इस दिल में रहवे सै
रूसे मत ना बावली तू तो मेरी जान सै
आपणी जिंदगी तै भी प्यारी सै मन्नै तेरे ओठां की मुस्कान रै
सब मेरे पै छोड़ इब और मत ना हो परेशान रै
बिन तेरे मै न्यू तड़पू ज्यू मछली बिन आब रै
रूसे मत ना बावली तू तो मेरी जान सै
जै इब भी तनै रुसना तो रूस जा मै आऊंगा तनै मनान रै
तू जानै सै मै नाॅटी सूं तनै न्यूं जिंदगी बर राखूगां परेशान रै
इतना भी वादा सै लाडो़ तेरा लडडू पूरा करेगा तेरा हर ख्बाव रै
Naraz Shayari in English

Muskuraane se bhee hota hai gamen-dil bayaan.
Mujhe rone kee aadat ho ye zarooree to nahin.
मुस्कुराने से भी होता है ग़में-दिल बयां
मुझे रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं
Best friend Naraz Shayari

Tu kyon door hai itana mujhase, tujhe chaahata hoon main
Pure dil se sun le meree aarazoo
Tu hee meree jaan hai, too hee saara jahaan hai.
तू क्यों दूर है इतना मुझसे, तुझे चाहता हूँ मैं
पूरे दिल से सुन ले मेरी आरज़ू
तू ही मेरी जान है, तू ही सारा जहाँ है

Na jaane kis Baat pe naaraaj hain vo hamase Khvaabon mein bhee milatee hai, To baat nahin karti.
न जाने किस
बात पे नाराज हैं वो हमसे
ख्वाबों में भी मिलती है,
तो बात नहीं करती.
Image of 2 lines Naraz Shayari

aaj to dil bhee dhamakiyaan de raha hai
karo yaad use varana dhadakana chhod doonga !
आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा है
करो याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा !

kab tak rah paoge aakhir yoon door hamase
milana padega kabhee na kabhee zaroor hamase
nazare churaane vaale ye berukhee hai kaisee
kah do agar hua hai koee kasoor ham se !
कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे
नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हम से !
2 lines Naraz Shayari

jab napharat karate thak jao
ek mauka pyaar ko bhee de dena !
जब नफरत करते थक जाओ
एक मौका प्यार को भी दे देना !

khaamoshiyaan hee behatar hain,
shabdon se log naaraaz bahut hua karate hain.
खामोशियां ही बेहतर हैं,
शब्दों से लोग नाराज़ बहुत हुआ करते हैं।

jab se tumane ruthe ko manaana chhoda diya,
tab se hamane khuda se bhee naaraaj hona chhod diya.
जब से तुमने रुठे को मनाना छोड़ा दिया,
तब से हमने खुदा से भी नाराज होना छोड़ दिया।

नाराज़गी हो तो जता लेना,
लेकिन नफ़रत न करना,
चाहत किसी और हो जाएं तो बता देना,
बस बेवफाई न करना।

हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया
आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया
हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया

खता हो गयी तो फिर सजा सुना दो
दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो
देर हो गई याद करने में ज़रूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो

जैसे मैं तुम्हारी हर नाराजगी समझता हूं,
काश वैसे हीतुम मेरी सिर्फ एक मजबूरी समझते।

Sitam Hamare Chhant Liya Karo
Narzgi Se achchha hai Daant Liya Karo
सितम हमारे छांट लिया करो
नारजगी से अच्छा है डांट लिया करो

कभी कभी मेरा मन भी नाराज होने का करता हैं,
पर ये सोच के खुश हो जाते हैं मनाएगा कौन।

हमें नहीं भाता तेरा किसी और को ताकना,
फक़त नाराज़गी भी रखिए तो सिर्फ हमसे।

ज़िन्दगी का ये हूनर भी आज़माना चाहिए
जंग अगर अपनो से हो तो हार जाना चाहिए !

जब तड़पेगी तू प्यास से
तूझे वो बादल याद आएगा
जब छोड़ जाएगा तूझे वो
तब तूझे ये पागल याद आएगा !
Image of Naraz Shayari Urdu

Narazgi Shayari for Boyfriend
उसकी हर गलती भूल
जाता हूँ जब वो मासूमियत
से पूछती है नाराज है क्या !

Gf Naraz Shayari in English
जिंदगी मे अपनापन तो हर
कोई दिखाता है पर अपना है
कौन यह वक़्त ही बताता है !

Zindagi Se Naraz Shayari
हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैं खफ़ा नहीं
कदर करते हैं दोस्तों की दिल से
हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैं लेकिन बेवफ़ा नहीं

बस यही बात उसकी मुझे अच्छी लगती है
उदास कर के भी कहती हैं
तुम नाराज तो नहीं हों ना !!

यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने
कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं

हम उम्र भर करते रहे इन्तेज़ार के
कोई पैगाम आए उनका,
और वो समझ बैठे थे के
नाराज हैं हम उनसे।
Narazgi Status In Hindi

Jinse Betehasha Mohabbat Ho Unse
Narazgi Ka Taallluq Bhi Utna Gahra Hota Hai
जिनसे बेतहाशा मोहब्बत हो उनसे
नाराज़गी का ताल्लुक भी उतना गहरा होता है.

किस बात पर खफा हो,
यह जरूर बता देना।
अक्सर दिल में छुपी नाराजगी से,
रिश्तों की डोर कमजोर हो जाती है।

माना आजकल काम देता तुझे वक्त हूँ
माना आजकल थोड़ा सा सख्त हूँ
माना तेरा हाल नहीं पूछ पाता
पर ये तुझसे कोई चोरी नहीं है
बस ये समझ ले तेरे बिना मेरी राते पूरी नहीं है

गलती तो सबसे होती है, हाँ मुझसे भी हो गयी
अब माफ़ भी कर दे मुझे, क्यों दूर इतना हो गई
एक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी.

Narazgi shayari
लडाई कितनी भी हो हम
फिर भी तुमको मना सकते
है सोचा तुमसे बात करने
की फिर याद आता है तुमने
कहा था आप जा सकते है !

मत पूछो कैसे गुजरता है
हर पल तुम्हारे बिना कभी
बात करने की हसरत कभी
देखने की तमन्ना !

रिश्ते दूर तक चलते अगर,
नाराजगी की उम्र कम हो।

कुछ नाराज़गी सिर्फ गले लगने से ही दूर होती हैं,
समझने समझाने से नहीं।

भूल जाऊ हो नहीं सकता
मैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुमको

किसी को मनाने से पहले ये जान लेना
कि वो तुमसे नाराज है या परेशान।

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना.

तु हर साँस के साथ याद आती है
अब तु ही बता तेरी याद को रोक दूँ या अपनी साँस को

वो पगली आज बरसो बाद मिली तो
गले लगकर खूब रोई में हल्का सा मुस्कुराया
और बोला तुम वही होना जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे तो हजारो मिलेंगे.
Naraz Shayari

Dil Se Teri Yad Ko Juda To Nahi Kiya
Rakha Jo Tujhe Yaad, Bura To Nahi Kiya
Hum Se Log Hain Naraz Kis Liye
Hum Ne Kabhi Kisi Ko Khafa To Nahi Kiya
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया
रखा जो तुझे याद, बुरा तो नहीं किया
हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये
हम ने कभी किसी को खफा तो नहीं किया.
Naraz Shayari in Hindi

काश ये दिल बेजान होता
ना किसी के आने से धडकता
ना किसी के जाने पर तडपता !!
Naraz Quotes

हिम्मत बहुत की है मैने तुम्हे
भुलाने की पर कम्बक्त इश दिल
से अव तक नही निकाल पाया हू
मै हा तुम्हे नही भूल पाया हूं मै !

इतना तो बता जाओ
खफा होने से पहले
वो क्या करे जो तुम
से खफा हो नहीं सकते !!
Narazgi Status in Hindi

मैंने वफा को बेवफा होते देखा है
मैंने अपनी मोहब्बत को
किसी ओर के बाहों में सोते देखा है !
itni bhi kya narazgi shayari

मुझे अपने किरदार पे इतना
तो यकीन है की कोई मुझे छोड़
सकता है लेकिन भूल नही सकता !

Naraj DP Shayari
तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए
तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए
तुम एक बार रूठ कर तो देखो
मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए !!

इश्क़ मै उसका हाथ क्यो छूट
जाता है मोहब्बत सच्ची होकर
भी हर कोई क्यों टूट जाता है !!
naraj wali shayari

ज़माने से रुठने की जरूरत ही क्यो है
जब मेरे अपने ही मेरे बने रकीब है!
Naraz Mat Hona Shayari In Hindi

Hum Nibhayenge Dosti Marte Dum Tak
Hum Hasayenge Tumko Gham Se Khushi Tak
Aye Dost Kabhi Humse Naraz Na Hona
Saath Rehna Hamare Akhiri Dum Tak
हम निभाएंगे दोस्ती मरते दम तक
हम हसाएंगे तुमको ग़म से खुशी तक
ए दोस्त कभी हमसे नाराज़ न होना
साथ रहना हमारे आखिरी दम तक.

जब जब आँखें बंद होती है,
बस तू साथ होती है
तेरी यादो के तकिये पर
बस राते मेरी सोती है
अब आजा बात मान कर
याद तेरी बहुत तड़पती है

नखरे तेरे, नाराजगी तेरी,
देख लेना!
एक दिन जान ले लेगी मेरी।
तेरी मोहब्बत की तलब थी
तो हाथ फैला दिए हमने
वरना हम तो अपनी ज़िन्दगी
के लिए भी दुआ नहीं मांगते
तेरी बात को खामोशी से मान लेना,
ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का।
कहीं नाराज न हो जाए उपरवाला मुझसे
हर सुबह उठते ही सबसे पहले तूझे
जो याद करता हूँ
ठुकरा दिया तूने अच्छा किया
मुझे मोहब्बत चाहिए अहसान नहीं
कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे
नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी..
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे
तेरी नाराज़गी, मेरी दीवानगी,
चल देखें किसकी उम्र ज्यादा है।
बेशक किसी की गलती पर उससे
नाराज रहो मगर इतना भी नाराज़ मत हो जाओ
की वो इंसान को खुदसे ही नफरत हो जाए।।
Naraz Shayari In Hindi

Meri Har Khata Par Naraz Na Hona
Apni Pyari Si Muskan Kabhi Na Khona
Sukoon Milta He Dekhkar Apki Muskurahat Ko
Mujhe Maut Bhi Aye To Bhi Mat Rona
मेरी हर खता पर नाराज़ न होना
अपनी प्यारी सी मुस्कान कभी न खोना
सुकून मिलता है देखकर आपकी मुस्कराहट को
मुझे मौत भी आए तो भी मत रोना.
आज मौसम भी कमबख्त खुशमिज़ाज है,
क्या करे अब हमारा यार थोड़ा नाराज है।
Narazgi Shayari in Hindi
निकाल दिए गए कुछ दिलों से,
उन्हें हमसे गीला भी नहीं,
और एक हम हैं के कबसे
ज़हेन में नाराजगी लिए बैठे हैं।
रूठे रिश्ते और नाराज लोग सबूत हैं
इस बात के कि ज़ज्बात अब भी
जुड़े रहने की ख्वाहिश रखते हैं
मुझे अपने किरदार पे इतना तो यकीन है की
कोई मुझे छोड़ सकता है लेकिन भूल नही सकता
तुम हँसते हो मुझे हंसाने के लिए
Tum रोते हो मुझे रुलाने के लिए
तुम एक बार रूठ कर तो देखो
मर जाएंगे तुम्हे मनाने के लिए
नाराज़ हो कर भी नाराज़ नहीं होते,
ऐसी मोहब्बत है तुमसे
मुद्दतों से था जो नाराज़ मुझसे,
आज वही मुझसे मेरी नाराजगी की वजह पूछता है।
Naraz Shayari For Girlfriend
नाराज खुशियाँ ही होती है,
गमों के तो इतने नखरे नही होते !!!

Khafa Bhi Rehte Hain
Or Wafa Bhi Karte Hain
Is Tareh Apne Pyar Ko Bayan Bhi Karte Hain
Jane Kaisi Narazgi Hai Meri Unse
Khona Bhi Chahte Hain
Aur Pane Ki Dua Bhi Karte Hain
खफा भी रहते हैं
या वफ़ा भी करते हैं
इस तरह अपने प्यार को बयान भी करते हैं
जाने कैसी नारजगी है मेरी उनसे
खोना भी चाहते हैं
और पाने की दुआ भी करते हैं
नाराज़ हूं , खफा हूं ,
आखिर तुम मेरी पहली मोहब्बत हो ।।
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी
तुम्हारे बिना चिरागो में रौशनी न रहेगी
क्या कहे क्या गुज़रेगी इस दिल पर,
ज़िंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी ना रहेगी
नादान सी मोहब्बत है हमारी निभा लेना!!
कभी तुम नाराज हुए तो हम झुक जाएंगे!!
कभी हम नाराज रहे तो तुम सीने से लगा लेना!!
नाराज़गी उनसे भले बेशुमार रहती है,
पर उन्हें देखने की चाहत बरकरार रहती हैं।
आप नाराज़ हो, रूठे,
की खफा हो जाए,
बात इतनी भी ना बिगड़े की जुदा हो जाए ।।
तुम मेरी कल थी,
और मैं आज हो गया हूं |
अब मैं मनाने नहीं आऊंगा,
क्योंकि मैं नाराज हो गया हूं।
किस बात पे खफा हो,
नाराज लग रहे हो…
लगते हो जैसे हरदम,
ना आज लग रहे हो ।
हमसे कोई खता हो जाए तो माफ़ करना
हम याद ना कर पाएं तो माफ़ करना
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं
पर ये दिल ही रुक जाए तो माफ़ करना
झगड़ा तब होता है जब शिकायत होती है |
और शिकायतें उनसे होती है जिनसे प्यार होता है
उसकी हर गलती भूल जाता हूँ
जब वो मासूमियत से पूछती है
नाराज है क्या ?
हम रूठे भी तो किसके बहाने रूठे
कौन है जो आएगा हमें मनाने
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको
पर दिल कहाँ से लाये आपसे रूठ जाने के लिए
Naraz Ko Manane Ki Shayari

Udas Hai Dil Aur Ankho Me Nami Hai Jaise Ruka Hai Asman Aur Khamosh Ye Zami Hai Yad Na Karne Ki Koi To Waja Batao Naraz Ho Ya Waqt Ki Kami Hai
उदासी है दिल और आंखों में नामी है
जैसे रुका है आसमान और खामोश ये जमी है
याद ना करने की कोई तो वजह बता
नराज़ हो या वक़्त की कमी है
Mout Se Kah Do Hum Se
Narazgi Khatam Kar Le
Wo Badal Gya Ziske Liae Hum Zinda The
मौत से कह दो हम से
नरज़गी ख़तम कर ले
वो बदल गया जिसके लिए हम जिंदा थे
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Gf ko manane wali shayari

ठुकरा दिया तूने अच्छा
किया मुझे मोहब्बत
चाहिए अहसान नही !
manane wale status
तुम हो मेरी धड़कन
तुम हो मेरी जान मान जाओ न अब
और कितना करोगे हमें परेशान !
यूँ तो हम रोज तुम्हे याद करते है,
दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है।
” बड़ा आदमी वो हे ,
जो अपने पास बेठे व्यक्ति को
छोटा मेहसूस ना होने दे..”
याद रखना भी बहुत हिम्मत का काम है
क्यूंकि किसी को भुला देना
आजकल बहुत आम बात है
देखो नाराज़गी मुझसे ऐसे भी जताती हैं वो,
छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही।
नाराजगी वहाँ मत रखिएगा …
मेरे दोस्त, जहाँ आपको ही बताना पड़े …
आप नाराज हैं …
कोई खास फर्क नहीं पड़ता अब ख़्वाहिशें अधूरी रहने पर
बहुत करीब से कुछ सपनों को टूटते हुये देखा है मैंने
Narazgi Shayari in Hindi
नाराज़गी जायज़ है तुमसे,
मगर नफ़रत मुमकिन नही।
Narazgi shayari for girlfriend

तेरी यादो के बवंडर में
रोज खुद को खो दिया करती हूं
जब भी याद आती है
तुम्हारी तो रो दिया करती हूं..!
तू एक नज़र हम को देख ले
बस इस आस में कब से बेकरार बैठे है !
शिकायतें करनी छोड़ दी हैं मैंने उससे,
जिसे फर्क मेरे आँसुओं से नहीं पड़ता,
मेरे नाराजगी से क्या होगा।
Narazgi Shayari in Hindi

तुझसे नहीं तेरे वक्त से नाराज़ हु
जो तुझे कभी मेरे लिए मिला ही नहीं।।
मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना,
नाराज वो होते हैं जिनको अपने आप पर गुरुर होता है।
जब वो नाराज होती है, तब मुझे
दुनिया की सबसे महँगी चीज
उसकी “मुस्कान “लगती है।।
नाराज हूँ मैं उससे उसने मनाया भी नहीं,
वो लोगों से कहता फिरता है बेवफा हूँ मैं।
मेरे दिल को जिसकी आदत थी
उसी ने मेरा साथ निभाया वो मुझसे नाराज थी
और उसी ने मुझे गले लगाया!!
वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए
वो कहते है कि हमें भूल जाओ….
कैसे भूलु में आपको कैसे भुलू में
आपकी हर बातों को, कैसे भुलू में आपका वो
नाराज़ होना कैसे भूलू में आपका यूं
मझे मनाना इतना आसान नहीं है,
हमें यूं आपको भूलना।।
Narazgi shayari in hindi
नाराज हूँ मै उससे उसने मनाया भी नही
वो लोगो से कहता फिरता है बेवफा हूँ मै !
नफरत करोगे तो अधुरा किस्सा हूँ मै
मुहब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हु मै !
फोन कर के रो रहा था मै उसको
सुनो तुम्हारी याद आ रही है
उसने फोन यह कह के काट दिया
सुनो तुम्हारी आवाज़ खराब आ रही है !
कितना करीब थी तू मेरे जैसे सांसो में समायी हो,
एक दम से कैसे कह दिया कि तुम मुझे भूल जाओ
उस पल ऐसे लगा जैसे मेरी मौत आयी हो

क्यों नाराज़ होते हो मेरी इन नादान हरकतों से,
कुछ दिन की ज़िन्दगी है,
फिर चले जाएंगे तुम्हारे इस जहाँ से.
मेरी नाराज़गी को मेरी
बेवफ़ाई मत समझना,
नाराज़ भी उसी से होते है
जिससे बेइंतिहा मोहब्बत हो।
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से
Gussa aur narazgi shayari

बेशक मुझपे गुस्सा करने का हक है तुम्हे,
पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना।
naraz dost ko manana shayari
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है
पर अपना हैं कौन ?यह वक़्त ही बताता हैं
Dost Naraz Shayari
वो रोए तो बहुत पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए !
khud se naraz shayari
देखा है जिंदगी मनाने को कुछ
इतने करीब से लगने लगे है
तमाम चेहरे अजीब से !
friend ko manane ke liye shayari
चुभने लगा हूं मै इतना छूरा तो
नहीं हूं जानी तुम जितना बताते
हो मेरे बारेमे उतना बुरा तो नही हूं !
narajgi quotes in hindi

चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई
बात नही लेकिन रवैये अजनबी
हो जाये तो बडी तकलीफ देते है !
Love narazgi shayari
मुझे खुद से दूर कर किसी ओर को दिल
मै बसाया ही क्यो ओर अव ये तू ही सोच
हमारे बीच कोई तीसरा आया ही क्यो !
bf ko manane wali shayari
हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास है
खफ़ा नहीं कदर करते है दोस्तो की दिल
से हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते है
लेकिन बेवफ़ा नही !
dost ko manane ke liye shayari

खता हो गयी तो फिर मुझे सज़ा सुना दो
दिल में इतना दर्द क्यूँ है ये वजह बता दो
देर हो गयी याद करने में मुझे जरूर
लेकिन तुमको भुला देगे ये ख्याल तो मिटा दो !
friend ko manane ki shayari
कुछ इस तरह वो
रिश्तों की नुमाइश करती है
खुदको अच्छी दिखाने के लिए
वो अक्सर मेरी बुराई करती है !
naraj ki shayari
तु हर साँस के साथ याद आती है
अब तु ही बता तेरी याद को रोक दूँ
या अपनी साँस को !
Love Narazgi Shayari
अजीब शख्स है नाराज हो
के हंसता है मैं चाहता हूँ
खफा हो तो खफा ही लगे !
Narajgi Shayari in Hindi

मुझसे नाराज़ हो क्या
जो नज़रे हमसे चुराते हो
वो कौन सी ऐसी बात है
जो होठों मै अपनी दबाते हो !
narazgi shayri
तुम्हारी हर अदा है सबसे नियारी
जब रूठ जाती हो तुम
तो लगती हो बहुत प्यारी !!

यही सोचकर कोई सफाई
नही दी हमने कि इल्जाम झूठे
भले है पर लगाये तो तुमने है !
Gussa aur Narazgi Shayari

खुद के बनाए रिश्तो मै
उलझता जा रहा हूं
एक तुझे पाने की ज़िद मै
खुद को खोता जा रहा हूं !
narajgi image

