मजरुह सुल्तानपुरी

कोई आतिश-दर-सुबू’ शो’ला-ब-जाम’ आ ही गया

कोई आतिश-दर-सुबू’ शो’ला-ब-जाम’ आ ही गया
आफ़ताब आ ही गया, माहे- तमाम आ गया

मोहतसिब’ ! साक़ी की चश्मे नीम-वा को क्या
करूँ मैकदे का दर खुला गर्दिश में जाम आ ही गया

इक सितमगर तू कि वजहे-सद ख़राबी
तेरा दर्द इक बलाकश” मैं कि तेरा दर्द काम आ ही गया

हम-क़फ़स” ! सय्याद की रस्मे-ज़बां – बंदी की खैर
बेज़बानों को भी अंदाज़े-कलाम आ ही गया

क्यों कहूंगा मैं किसी से तेरे ग़म की दास्ताँ
और अगर ऐ दोस्त लब पर तेरा नाम आ ही गया

आखिरश’, ‘मजरूह’ के बे-रंग रोज़ो-शब में वो सुबहे
आरिज़ पर लिये ज़ुल्फ़ों की शाम आ ही गया

Word Meaning-

1.शराब के मटके में आग लिये 2. प्याले में शोले लिये 3 सूरज 4. पूरा चाँद 5. रसाध्यक्ष अध-खुली आँख 7. शराबखाने का 8. दरवाजा 9. सैकड़ों ख़ाबियों का कारण 10. वेतहाशा पीने वाला 11. एक ही पिंजरे में साथ रहने वाला साथी 12. शिकारी की जवान बंद रखने की रीति 14. बोलने का ढंग 15. होंठों पर 16. अंततः 17. कपोलों के प्रभात पर

More Like This:

Leave a Comment

15 Best Heart Touching Quotes 5 best ever jokes