Life Of Waseem Barelvi
वसीम बरेलवी क असली नाम ज़ाहिद हुसैन है. वसीम बरेलवी उर्दू भाषा के बहुत ही प्रसिद्ध कवी है.
वसीम जी का जन्म बरेली, उत्तर प्रदेश में हुआ था.जगजीत सिंह द्वारा गयी गयी उनकी ग़ज़लें बहुत प्रसिद्द है. उनका का जन्म 8 फरवरी 1940 को हुआ था.
वसीम बरेलवी को फ़िराक़ गोरखपुरी इंटरनेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है,और हरयाणा गवर्नमेंट की तरफ से उन्हें उर्दू शायरी में विशेष योगदान के लिए कालिदास गोल्ड मैडल से भी सम्मानित किया जा चूका है.
iसके साथ ही उन्हें बेगम अख्तर कला धर्मी अवार्ड और नसीम-ऐ-उर्दू अवार्ड भी मिल चूका है.बरेलवी नेशनल कौंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ उर्दू लैंग्वेज (NCPUL) के उपाध्यक्षः भी है.
वसीम बरेलवी कि दिल छू जाने वाली शायरियां
आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है
भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है
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ऐसे रिश्ते का भरम रखना कोई खेल नहीं
तेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी
किसी ने रख दिए ममता-भरे दो हाथ क्या सर पर
मेरे अंदर कोई बच्चा बिलक कर रोने लगता है.
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