अरूपदास (1927) | Arupadas
अरूपदास का जन्म चिनसुराह में 5 जुलाई 1927 को हुआ था और बचपन इसी सुन्दर कस्बे में व्यतीत हुआ जिसका प्रभाव उनकी कला में निरन्तर बना रहा। उनकी माता एक …
अरूपदास का जन्म चिनसुराह में 5 जुलाई 1927 को हुआ था और बचपन इसी सुन्दर कस्बे में व्यतीत हुआ जिसका प्रभाव उनकी कला में निरन्तर बना रहा। उनकी माता एक …
प्राचीन जयपुर रियासत के राज-कवि के पुत्र श्री देवकी नन्दन शर्मा का जन्म 17 अप्रैल 1917 को अलवर में हुआ था । 1936 में आपने महाराजा स्कूल ऑफ आर्ट जयपुर …
भूपेन खक्खर का जन्म 10 मार्च 1934 को बम्बई में हुआ था। उनकी माँ के परिवार में कपडे रंगने का काम होता था। पिता की बम्बई के भूलेश्वर में कपड़े …
जे० सुल्तान अली का जन्म बम्बई में . 12 सितम्बर 1920 को हुआ था। उन्होंने गवर्नमेण्ट कालेज ऑफ आर्ट्स एण्ड क्राफ्ट्स मद्रास से ललित कला में डिप्लोमा प्राप्त किया तथा …
बेन्द्रे का जन्म 21 अगस्त 1910 को एक महाराष्ट्रीय मध्यवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पूर्वज पूना में रहते थे। पितामह पूना छोड़ कर इन्दौर चले आये और पिता …
रामचन्द्रन का जन्म (1935) केरल में हुआ था। वे आकाशवाणी पर गायन के कार्यक्रम में भाग लेते थे। कुछ समय पश्चात् उन्होंने केरल विश्व विद्यालय से मलयालम में एम० ए० …
(1907) गुजरात के विख्यात कलाकार कनु देसाई का जन्म – 1907 ई० में हुआ था। आपकी कला शिक्षा शान्ति निकेतन में हुई और आपको नन्दलाल बसु के शिष्य होने का …
श्री वीरेश्वर भट्टाचार्जी का जन्म (1935) ढाका (अब बांग्लादेश) में 25 जुलाई 1935 को हुआ था। आरम्भिक शिक्षा स्थानीय रूप से प्राप्त करने के पश्चात् तथा भारत-पाकिस्तान विभाजन के पश्चात् …
आप अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के आरम्भिक शिष्यों में से थे। आपके पूर्वज विजयनगर के दरबारी चित्रकार थे विजय नगर के पतन के पश्चात् आप मैसूर राज्य में आ बसे थे आरम्भ …
सुदूर के देशों से आकर भारतीय प्रकृति, दर्शन और संस्कृति से प्रभावित होकर यहीं पर बस जाने वाले महापुरूषों में रूसी कलाकार निकोलस रोरिक का नाम शीर्ष स्थान पर है। …
विश्व मंच पर कवि के रूप में विख्यात रवीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म कलकत्ता के एक सम्भ्रान्त परिवार में 7 मार्च 1861 ई० को हुआ था यह परिवार पश्चिमी सभ्यता एवं …
आप गुजरात के प्रसिद्ध चित्रकार थे । आपने बम्बई में कला की शिक्षा ग्रहण की और वहां आप पर पाश्चात्य शैली का प्रभाव पड़ा। आगे चलकर आपने भारतीय शैलियों में …
जोगेन चौधरी का जन्म (1939 ) पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) के फरीदपुर नामक गाँव में 19 फरवरी 1939 ई० को एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। उनकी कला-सम्बन्धी शिक्षा कालेज आफ …
गगनेन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म कलकत्ता में सन् 1867 ई० में हुआ था। इनके पिता महर्षि देवेन्द्रनाथ के भतीजे थे अतः रवीन्द्रनाथ ठाकुर इनके चाचा लगते थे । गगनेन्द्रनाथ की बचपन …
श्यावक्स चावड़ा का जन्म दक्षिणी गुजरात के नवसारी करने में 18 जून 1914 को गुजराती भाष-भाषी पारसी परिवार में हुआ था। उनकी आरम्भिक शिक्षा गुजरात में ही हुई और कलाकी …
विकास का जन्म कलकत्ता में 21 जून 1940 को हुआ था। आरम्भिक शिक्षा के बाद कला के अध्ययन के लिये कलकत्ता के इण्डियन कालेज आफ आर्ट्स एण्ड ड्राफ्टसमेनशिप में प्रवेश …
1937 में बम्बई आने से पूर्व प्रोफेसर लैंगहॅमर विएना (आस्ट्रेलिया) के स्टेट कालेज आफ आर्ट में कला-अध्यापन करते थे बम्बई के कला जगत् में वे व्यक्ति चित्रकार और दृश्य चित्रकार …
पाकल तिरूमल रेड्डी का जन्म हैदराबाद (दक्षिण) से लगभग 108 मील दूर अन्नारम ग्राम में 15 जनवरी 1915 को हुआ था। बारह वर्ष की आयु में आपकी माता तथा अठाईस …
लक्ष्मा गौड का जन्म (1940) निजामपुर (आन्ध्रप्रदेश) हुआ था। बचपन में आंध्र प्रदेश के ग्रामीण जीवन का जो प्रभाव उन पर पड़ा वह में उनकी कला की आधार भूमि बन …
श्री डी०जे० जोशी का जन्म 7 जुलाई 1911 ई० को महेश्वर में एक ब्राह्मण ज्योतिषी परिवार में हुआ था जो पण्ड्या कहे जाते थे। श्री जोशी का बचपन से ही …
गुजरात के प्रसिद्ध चित्रकार श्री यज्ञेश्वर कल्याण जी शुक्ल (वाई० के० शुक्ल ) का जन्म सुदामापुरी ( पोरबन्दर, गुजरात) में हुआ था । बचपन से ही उनका स्वभाव मधुर था …
विधानसुन्दरम् का जन्म (1943 ) शिमला में हुआ था। अमृता शेरगिल इनकी मौसी थीं जो इनके जन्म से दो वर्ष पूर्व ही मर चुकी थीं। विवान का बचपन शिमला में …
माधव सातवलेकर का जन्म 1915 ई० में हुआ था पश्चिमी यथार्थवादी एकेडेमिक पद्धति को भारतीय विषयों के अनुकूल चित्रण का माध्यम बनाने वाले चित्रकारों में श्री माधव सातवलेकर का नाम …
रणबीर सिंह बिष्ट का जन्म लैंसडाउन (गढ़बाल, उ० प्र०) में 1928 ई० में हुआ था। आरम्भिक शिक्षा गढ़वाल में ही प्राप्त करने के उपरान्त कला में विशेष रूचि होने के …
अनुपम सूद का जन्म होशियारपुर में 1944 में हुआ था। उन्होंने कालेज आफ आर्ट दिल्ली से 1967 में नेशनल डिप्लोमा उत्तीर्ण किया। इसके पश्चात् कुछ समय तक पेण्टिंग भी की …
तमिलनाडु प्रदेश की कला काफी पिछड़ी हुई है। मन्दिरों से उसका अभिन्न सम्बन्ध होते हुए भी आधुनिक जीवन पर उसकी कोई छाप नहीं है। इसी प्रदेश के कायेम्बतूर नामक स्थान …
श्री अहिवासी का जन्म 6 जुलाई 1901 को ब्रज भूमि में गोकुल के निकट बल्देव ग्राम में हुआ था। जब आप केवल चार वर्ष के थे तभी आपकी माताजी का …
श्री परमानन्द चोयल का जन्म 5 जनवरी 1924 को कोटा (राजस्थान) में हुआ था। प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के उपरान्त कला में अभिरूचि होने के कारण 1946 में आपने कला …
सिख चित्रकारों में जसवन्त सिंह एक सशक्त अतियथार्थवादी चित्रकार के रूप में विख्यात हुए हैं। उनके अग्रज शोभासिंह तथा ठाकुरसिंह प्रति-रूपात्मक आकृतिमूलक चित्रकार थे। जसवन्त सिंह का जन्म रावलपिण्डी (अब …
पदमश्री रामगोपाल विजयवर्गीय जी का जन्म बालेर ( जिला सवाई माधोपुर) में सन् 1905 में हुआ था। आप महाराजा स्कूल आफ आर्ट जयपुर में श्री शैलेन्द्रनाथ दे के शिष्य रहे …
भारद्वाज का जन्म लाहौर में 20 अप्रैल 1938 को हुआ था। 1947 में भारत विभाजन के कारण उन्हें लाहौर छोड़ना पड़ा। कला में अभिरूचि होने के कारण उन्होंने 1955 में …
श्री दासगुप्ता का जन्म 28 दिसम्बर 1917 को बंगाल में हुआ था। आपका बचपन आपके ताऊजी के पास बरहमपुर (ब्रह्मपुर) गांव में व्यतीत हुआ । वहाँ के प्राकृतिक सौन्दर्य का …
ललित मोहन सेन का जन्म 1898 में पश्चिमी बंगाल के नादिया जिले के शान्तिपुर नगर में हुआ था ग्यारह वर्ष की आयु में वे लखनऊ आये और क्वीन्स हाई स्कूल …
लक्ष्मण पै का जन्म 1926 में गोवा के एक सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। गोवा की हरित भूमि और आनन्द प्रिय लोगों का उनके आरम्भिक जीवन पर बहुत प्रभाव …
सुधीर रंजन खास्तगीर का जन्म 24 सितम्बर 1907 को कलकत्ता में हुआ था। उनके पिता श्री सत्यरंजन खास्तगीर छत्ताग्राम (आधुनिक चटगाँव) के निवासी थे और कलकत्ता में इंजीनियर थे। सुधीर …
ग्राफिक चित्रकार कृष्ण रेड्डी का जन्म 1925 में दक्षिण भारत के आन्ध्र प्रदेश में हुआ था। बचपन में वे माँ के साथ घूम-घूम कर ग्रामीण क्षेत्रों के दैनिक जीवन के …
मुखर्जी महाशय का जन बंगाल में बहेला नामक स्थान पर हुआ था। आपकी आरम्भिक शिक्षा स्थानीय पाठशाला में हुई और अस्वस्थता के कारण आपके अध्ययन में अवरोध भी आया। 1917 …
तैयब मेहता का जन्म 1926 में गुजरात में कपाडवंज नामक गाँव में हुआ था। कला की उच्च शिक्षा उन्होंने 1947 से 1952 तक सर जे० जे० स्कूल आफ आर्ट बम्बई …
श्री उकील का जन्म बिक्रमपुर (अब बांगला देश) में हुआ था। आप अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के प्रमुख शिष्यों में से थे। आपका परिवार बंगाल का एक कला दक्ष परिवार था। इसमें …
अतियथार्थवादी कला आन्दोलन का सूत्रपात आन्द्रे ब्रेतों नामक कवि ने 1924 ई० में पेरिस में किया था। इसका मुख्य उद्देश्य ऐसे अचेतन विषयों को आकार देना था जो पागलपन, स्वप्न, …
अमृता शेरगिल के पिता उमराव सिंह शेरगिल पंजाब में अमृतसर के निकट मजीठा तथा उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के निकट सरैया गाँव के जागीरदार थे। उनकी माता मारिया आन्त्वानेत हंगेरियन …
ग्राफिक कलाएँ उन छापा-चित्रों (प्रिण्ट्स) से सम्बन्धित हैं जिनमें किसी ‘वस्तु’ की ‘छाप’ के द्वारा एक जैसे कई छापा-चित्र प्राप्त कर लिये जाते हैं। प्रागैतिहासिक युग में मनुष्य ने गुफाओं …
द्वारका प्रसाद शर्मा राजस्थान के उन वरिष्ठ कलाकारों में से थे, जो नवीन रूपों के निर्माण में सक्रिय रहे। जन्म एवं शिक्षा कलाकार द्वारका प्रसाद शर्मा का जन्म 6 मार्च, …
रसिक दुर्गाशंकर रावल का जन्म सौराष्ट्र में सारडोई में 21 अगस्त 1928 ई. को हुआ था। उनका शैशव साबरकांठा में बीता और कला की शिक्षा सर जे० जे० स्कूल ऑफ …
राजस्थान के कला जगत् में श्री रत्नाकर विनायक साखलकर का विभिन् स्थान है। साखलकर ने कला शिक्षक के रूप में विशेष ख्याति अर्जित की है। जन्म एवं शिक्षा साखलकर का …
सतीश गुजराल (जन्म 25 दिसंबर, 1925) एक प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार, मूर्तिकार, भित्ति-चित्रकार और वास्तुकार हैं। उन्हें भारत में स्वतंत्रता के बाद के युग के सबसे प्रमुख कलाकारों में से एक …
देवी प्रसाद रायचौधुरी का जन्म 1899 ई० में पू० बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) में रंगपुर जिले के ताजहाट नामक ग्राम में एक जमीदार परिवार में हुआ था। इनका बचपन ताजहाट में …
यूरोप में बीसवीं शती का एक प्रमुख कला आन्दोलन “अभिव्यंजनावाद” के रूप में 1905-06 के लगभग उदय हुआ । इसका प्रधान प्रयोक्ता जर्मन कलाकार एडवर्ड मुंक था। लगभग उसी समय …
यामिनी रंजन राय का जन्म सन् 1887 ई० में बाँकुड़ा जिले के बेलियातोरे नामक गाँव में हुआ था। आपके पिता एक प्रतिष्ठित और सम्पन्न जमींदार थे किन्तु यामिनी राय गाँव …
यूरोप की आधुनिक चित्रकला का प्रथम महत्वपूर्ण आन्दोलन प्रभाववाद है। इसका मुख्य रूप से प्रचलन 1874 से 1886 तक पेरिस में रहा है और इसके प्रधान कलाकार मोने, पिरसारो, रेनोआ, …
आप गुजरात के प्रसिद्ध चित्रकार थे । आपने बम्बई में कला की शिक्षा ग्रहण की और वहां आप पर पाश्चात्य शैली का प्रभाव पड़ा। आगे चलकर आपने भारतीय शैलियों में …
आप भी गुजरात के एक प्रसिद्ध चित्रकार हैं आरम्भ में घर पर कला का अभ्यास करके आपने श्री रावल की प्रेरणा से बम्बई के सर जे० जे० स्कूल में प्रवेश …
कृष्ण शामराव कुलकर्णी का जन्म (1918-94) पूना के समीप बेलगाँव में 7 अप्रैल 1918 को हुआ था। आरम्भ से ही खेल के साथ-साथ उन्हें चित्रकारी का भी शौक लगा और …
क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार का जन्म 1891 ई० में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में निमतीता नामक स्थान पर हुआ था। उनके पिता श्री केदारनाथ मजूमदार जगताई में सब-रजिस्ट्रार थे। क्षितीन बाबू …
इश्तर जयवन्ती अप्पासामी का जन्म (1918-1984) मद्रास में हुआ था। उनका परिवार समाज सेवा के लिए विख्यात था। आरम्भिक शिक्षा के उपरान्त वे कला की शिक्षा के लिए शान्ति निकेतन, पेकिंग …
शान्तिनिकेतन में “किकर दा” के नाम से प्रसिद्ध रामकिंकर का जन्म बांकुड़ा के निकट जुग्गीपाड़ा में हुआ था। बाँकुडा में उनकी आरम्भिक शिक्षा हुई। सन् 1925 में माडर्न रिव्यू के …
रामकुमार का जन्म शिमला में 1924 में एक खत्री परिवार में हुआ था। उनके पिता सरकारी नौकरी में थे। वे पटियाला से सम्बन्धि त थे और माता दिल्ली की थीं। …
वंश परम्परा से ईरानी और जन्म से भारतीय श्री मुहम्मद अब्दुर्रहमान चुगताई अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के ही एक प्रतिभावान् शिष्य थे जिन्हें बंगाल शैली का प्रचार करने के लिये श्री समरेन्द्रनाथ …
गुलाम मोहम्मदशेख का जन्म सुरेन्द्र नगर (सौराष्ट्र) में 1937 में हुआ था। बड़ौदा में एम० ए० तक कला की शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् वहीं कला इतिहास के प्रोफेसर हो …
श्री असित कुमार हाल्दार में काव्य तथा चित्रकारी दोनों ललित कलाओं का सुन्दर संयोग मिलता है। श्री हाल्दार का जन्म 10 सितम्बर 1890 को द्वारिकानाथ टैगौर मार्ग कलकत्ता में हुआ …
पुनरुत्थान काल में भारतीय कला के प्रमुख प्रशंसक एवं लेखक डा० आनन्द कुमारस्वामी (1877-1947 ई०)- भारतीय कला के पुनरुद्धारक, विचारक, आलोचक तथा उसे विश्व के कला जगत् में उचित एवं …
Ratnabali Kant | Biography | Life | Artworks In the sculptures of Ratnabali Kant, there is an eccentric accentuation of the hideous as a device for intensity in expression. The contorted …
Amar Nath Sehgal | Biography | Life | Artworks Amar Nath Sehgal Biography, Life & Artworks A philosopher, poet, artist and craftsman, Amar Nath Sehgal’s unique work in India and …
Meera Mukherjee | Biography | Life | Artworks Meera Mukherjee Biography The sculptures of Meera Mukherjee have always been a passionate expression of life—an instinctive quality of romanticism rendered with …
P. V. Janakiram | Biography | Life | Artworks P V Janakiram (Christ Crucified) According to Josef James, if the research of Dhan Raj Bhagat, carried on over a period …
Mrinalini Mukherjee | Biography | Life | Artworks The unity between human and plant life is well illustrated in the paintings of Ajanta. The graceful postures of limbs and bodies …
Lydia Mehta | Biography | Life | Artworks The aesthetic enjoyment in the Indian tradition is based on and aimed at, the citta—the creative centre where the appropriate shape/ form …
Krishna Reddy | Biography | Life | Artworks The oeuvre of Krishna Reddy, a pioneer print-maker of our time, offers a study of the fascinating technical innovations that have largely …
Surindra Chadha | Biography | Life | Artworks Surindra Chadha created an impressive oeuvre of colourful and imaginative works in lithography, one of the major processes of surface printing, during …
शैलोज मुखर्जी का जन्म 2 नवम्बर 1907 दन को कलकत्ता में हुआ था। उनकी कला चेतना बचपन से ही मुखर हो उठी थी और बर्दवान के नदी किनारे के सुन्दर …
1452 में जन्मे, लियोनार्डो दा विंची एक कलाकार के रूप में सबसे प्रसिद्ध थे, लेकिन वे एक वैज्ञानिक, गणितज्ञ, आविष्कारक, मूर्तिकार, वास्तुकार, वनस्पतिशास्त्री, संगीतकार और लेखक भी थे। वह इतिहास …